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नीता अंबानी ने किया खुलासा, बताया बचपन में ईशा, आकाश और अनंत को कितनी मिलती थी पॉकेट मनी

B Editor

कहते हैं कि नींद तो बचपन में आती थी, अब तो बस थक कर सो जाते हैं। युवाओं पर ये बात बिल्कुल ठीक बैठती है। दरअसल बचपन का दौर होता ही कुछ और है। कभी कोई इंसान अपने बचपन की यादों को भूल नहीं पता है। हम जब बड़े हो जाते हैं तो यही सोचते हैं कि काश वो बचपन के दिन वापस आ जाएं। ऐसे में आज भी कई लोग अपने बचपन में की गई शैतानियों को याद करके काफी भावुक हो जाते हैं। ये एक ऐसा समय होता है, जब बच्चों को किसी बात की कोई चिंता नहीं होती और ना ही किसी बात का डर होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि ये वो समय होता है जब हर बात की चिंता माता-पिता के सिर पर होती है। बचपन की कुछ खट्टी-मीठी यादें आज भी हमारे जहन में मौजूद हैं, जैसे कि पॉकेट मनी मिलना।

मगर क्या आपको पता है कि हमारी तरह मशहूर बिजनेसमैन और रिलयांस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) और उनकी पत्नी नीता अंबानी (Nita Ambani) भी अपने बच्चों ईशा अंबानी पीरामल (Isha Ambani Piramal), आकाश अंबानी (Akash Ambani) और अनंत अंबानी (Anant Ambani) को बचपन में पॉकेट मनी देते थे। जी हां, इस बात का खुलासा खुद नीता ने एक इंटरव्यू के दौरान किया था। आपको बताते चलें, ये पहला मौका नहीं है जब ईशा, आकाश और अनंत इस तरह से चर्चा का विषय बने हों। उनके बचपन के किस्से और तस्वीरें अक्सर ही सोशल मीडिया पर धमाल मचाते हुई नजर आती हैं।

कुछ समय पहले ही ईशा अंबानी और आकाश अंबानी की एक अनदेखी तस्वीर सोशल मीडिया पर जबरदस्त तरीके से वायरल हुई थी। ये तस्वीर दोनों के बचपन की थी, जिसमें ईशा और आकाश मुकेश और नीता की गोद में नजर आ रहे थे। मालूम हो, आकाश अंबानी और ईशा अंबानी जुड़वां भाई-बहन हैं। दोनों का जन्म साल 1991 में आईवीएफ (IVF) तकनीक के जरिए हुआ था। ईशा और आकाश एक-दूसरे के साथ एक स्पेशल बांड शेयर करते हैं। दोनों का एक छोटा भाई भी है, जिनका नाम अनंत अंबानी (Anant Ambani) है। हालांकि, अब तो ईशा अंबानी की आनंद पीरामल (Anand Piramal) से और आकाश अंबानी की श्लोका मेहता (Shloka Mehta) से शादी हो चुकी है, लेकिन फैंस आब भी ईशा और आकाश की बचपन की तस्वीरें देखना पसंद करते हैं।

वैसे बचपन से याद आया कि नीता अपने बच्चों को स्कूल के दिनों में जेब खर्च के लिए पॉकेट मनी दिया करती थीं। उन्होंने अपने एक इंटरव्यू में कहा भी था कि वो ईशा, आकाश और अनंत को सिर्फ पांच रुपए ही पॉकेट मनी के तौर पर देती थीं। अपनी बात को जारी रखते हुए नीता ने ये भी बताया था कि वो ऐसा क्यों करती थीं। उन्होंने कहा था कि वो ऐसा इसलिए करती थीं ताकि उनके बच्चे भी एक सधी हुई जिंदगी जिए और उन्हें पैसे का महत्व पता हो। ऐसे में चाहें वो किसी भी परिवार से ही क्यों ना ताल्लुक रखते हों, लेकिन उन्हें पैसे की अहमियत पता होनी चाहिए। मगर एक बार अनंत नीता के पास पहुंचे और उन्होंने अपनी मां से कहा कि मम्मी आज से मुझे 10 रुपए दिया करो क्योंकि स्कूल में सब चिढ़ाते हैं कि अंबानी हैं या भिखारी। इसपर मुकेश और नीता भी कुछ नहीं कर सकते थे। इसलिए उन्होंने अपने बच्चों की पॉकेट मनी बढ़ा दी थी।

हम साथ-साथ हैं
वैसे अंबानी परिवार की एक ओर खासियत है। सलमान खान, सैफ अली खान, मोहनीश बहल, तबू, सोनाली बेंद्र और करिश्मा कपूर स्टारर फिल्म ‘हम साथ-साथ हैं’ तो सबने देखी ही होगी। 5 नवंबर 1999 को रिलीज हुई ये फिल्म एक फैमिली ड्रामा फिल्म थी, जिसे आज भी लोग अपने पूरे परिवार के साथ देखना पसंद करते हैं। अगर इस फिल्म में दिखाए गए परिवार की बात की जाए तो धीरूभाई अंबानी का पूरा परिवार कुछ ऐसा ही है। मालूम हो, धीरूभाई अंबानी अब इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उन्होंने हमेशा अपना परिवार बांधकर रखा। उन्हें अपने पोती-पोतों (ईशा, आकाश, अनंत, जय अंशुल अंबानी और जय अनमोल अंबानी) से खास लगाव था। मगर इस बात की जानकारी कम लोगों को है कि धीरूभाई अंबानी को सबसे ज्यादा लगाव अपनी अपनी एकलौती पोती ईशा अंबानी से था।

दादा-दादी की लाडली हैं ईशा अंबानी
इस बात का खुलासा खुद मुकेश अंबानी की मां कोकिलाबेन ईशा की सगाई के दौरान ये कहती हुई नजर आई थी कि जब तक धीरूभाई अंबानी सुबह उठते साथ ही ईशा का चेहरा नहीं देख लेते थे, तब तक उनका दिन नहीं शुरू होता था। धीरूभाई अंबानी कभी भी ईशा को देखे बगैर चाय नहीं पीते थे क्योंकि ईशा हम दोनों (कोकिलाबेन और धीरूभाई अंबानी) की हमेशा से फेवरेट रही हैं। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हुआ था, जिसमें दादी कोकिलाबेन अपनी पोती पर ढेर सारा प्यार लुटाती नजर आ रही थीं। यहां देखिए कोकिलाबेन अंबानी का ये वीडियो।

फिलहाल जो भी हो, ईशा अंबानी, आकाश अंबानी और अनंत अंबानी की पॉकेट मनी के बारे में जानकर आपको कैसा लगा, हमें कमेंट करके बताना ना भूलें। साथ ही, हमारे लिए कोई सलाह है तो जरूर दें।

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