दिखावा करने से बचें : प्यार में पाखंड नहीं होना चाहिए चाणक्य प्रेम को सादगी का एक रूप मानते हैं। उनकी राय में जहां दिखावा होता है वहां प्यार नहीं होता। प्रेम के लिए समर्पण की आवश्यकता होती है, पाखंड की नहीं।
चाणक्य ने कहा है कि वैवाहित जीवन और प्रेम संबंधों को सफल और मजबूत बनाने के लिए इन तीन बातों पर विशेष ध्यान दें। जानिए कोन कोन सी बाटे है
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