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किन्नरों की दुआओं में बहुत ताकत होती है, ऐसे होता है उनका अंतिम संस्कार, जानिए मरने के बाद भी उनको दुःख क्यों मिलता है

B Editor

शोक करने की कोई परंपरा नहीं है: किन्नर की मृत्यु के बाद किन्नर समाज उसका शोक नहीं मनाता, क्योंकि उनका मानना ​​है कि मृतक किन्नर को नरक के जीवन से मुक्ति मिल गई है। किन्नर बहुचर माताजी की पूजा करती हैं और प्रार्थना करती हैं कि वह अगले जन्म में किन्नर के रूप में जन्म न लें।

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