‘दादा’ ने कर दिया कमाल, ट्रक को बदला चलते-फिरते मैरिज हॉल में, 200 मेहमानों के बैठने की भी व्यवस्था

देश के दिग्गज उद्योगपति और महिंद्रा एंड महिंद्रा कंपनी के चेयरमैन आनंद महिंद्रा सोशल मीडिया पर अपने पोस्ट को लेकर काफी सुर्खियों में रहते हैं। उनकी ओर से किया गया पोस्ट लाखों यूजर्स को भी सोचने पर मजबूर कर देता है। सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वाले आनंद महिंद्रा ज्यादातर मोटिवेशनल और इनोवेटिव पोस्ट साझा करते हैं। इस बार उन्होंने चलते-फिरते मैरिज हॉल की वीडियो पोस्ट करते हुए इसे बनाने वाले से मिलने की भी हसरत जाहिर की है।
‘दादा’ ने कर दिया कमाल, ट्रक को बदला चलते-फिरते मैरिज हॉल में, 200 मेहमानों के बैठने की भी व्यवस्था आज तक नहीं देखा होगा ऐसा मैरिज हॉल भारत में दिमागदारों की कमी नहीं है। इसके कई उदाहरण आपको सड़क पर चलते हुए मिल जाएंगे। चाहे गांवों में चलने वाली देसी जुगाड़ गाड़ी हो या फिर साइकिल से चारा काटने की मशीन ऐसे दर्जनों चीजें आपको ये कहने पर मजबूर कर देंगी कि यह तो हमारे देश में भी संभव हैं। हाल ही में एक शादी में गर्मी के बीच थ्रेसर मशीन का कूलर बनाकर बारातियों के स्वागत का वीडियो जमकर वायरल हुआ था। वहीं अब आपको ऐसा मैरिज हॉल देखने को मिलेगा, जिसको आपकी मर्जी के मुताबिक कहीं भी सेट किया जा सकता है।
I’d like to meet the person behind the conception and design of this product. So creative. And thoughtful. Not only provides a facility to remote areas but also is eco-friendly since it doesn’t take up permanent space in a population-dense country pic.twitter.com/dyqWaUR810
— anand mahindra (@anandmahindra) September 25, 2022
आनंद्र महिंद्रा भी हुए कायल आनंद्र महिंद्रा की ओर से किया गया वीडियो ट्वीट देखने के बाद आप भी इसकी तारीफ करने से खुद को रोक नहीं पाएंगे। उन्होंने मोबाइल मैरिज हॉल का वीडियो पोस्ट किया है,जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। वीडियो में आप देख सकते हैं कि एक बड़ा ट्रक सड़क पर आता है और फिर देखते ही देखते शानदार मैरिज हॉल में बदल जाता है। आनंद महिंद्रा ने जताई ये इच्छा इस वीडियो को पोस्ट करते हुए आनंद महिंद्रा ने लिखा कि मैं इस प्रोडक्ट की अवधारणा (conception) और डिजाइन के पीछे के व्यक्ति से मिलना चाहता हूं। बहुत क्रिएटिव और विचारशील। ना सिर्फ दूरदराज के क्षेत्रों को एक सुविधा मुहैया करता है, बल्कि पर्यावरण के अनुकूल भी है, क्योंकि यह जनसंख्या घने देश में स्थायी स्थान नहीं लेता है।