महाराष्ट्र का किसान ओडिशा से 300 पौधे लाया, मात्र एक एकड़ में फल की फसल से बम्पर मुनाफा हुआ

महाराष्ट्र का किसान ओडिशा से 300 पौधे लाया, मात्र एक एकड़ में फल की फसल से बम्पर मुनाफा हुआ

गर्मी के मौसम में बैगनी रंग के जामुन तो हम सभी ने खाये है। इसका स्‍वाद खट्टा और मी‍ठा दोनों प्रकार का होता है। इसे खाने के फायदे भी अनेक होते है। इसे गर्मी में खाना सबको पसंद है। लेकिन अब आपको बैंगनी जामुन ही नहीं, बल्‍कि सफेद प्रकार का जामुन भी खाने मिलेगा।

जी हॉ सफेद जामुन शायद आप इसे पढ़कर सोच रहे होंगे कि सफेद जामुन तो होता ही नहीं है। तो फिर इसे खाया कैसे जा सकता है। तो हम आपको बता दे कि महाराष्‍ट्र (Maharashtra) राज्‍य में इंदापुर (Indapur) में रहने वाले एक किसान ने अनोखे सफेद जामुन उगाने में सफलता प्राप्‍त कर ली है। इस जामुन को बाजार में 450 रूपये कि कीमत पर बेचा जा रहा है। कैसे इस किसान ने उगाया सफेद जामुन (White Jamun) आइये जानते है।

महाराष्‍ट्र के किसान ने उगाया सफेद जामुन
महाराष्‍ट्र राज्‍य के इंदापुर जिले में एक गॉंव सराफवाड़ी में एक किसान रहते है, जिनका नाम भरत लालगे (Bharat Lalage) है। इन्‍होंने जामुन कि नई किस्‍म उगा ली है। उन्‍होंने सफेद जामुन को अपने खेत में उगाया है। इससे पहले सफेद जामुन सिर्फ ओडिशा राज्‍य में ही देखने मिलते थे।

अब भरत लालगे कि वजह से महाराष्‍ट्र राज्‍य और इसके आस पास के सभी इलाकों में भी अनोखे सफेद जामुन का स्‍वाद लोगों को मिल पाएगा। भरत लालगे ने वर्ष 2019 में महाराष्‍ट्र में अपने 1 एकड़ के खेत में अनोखे सफेद जामुन के लगभग 300 पेड़ लगाये थे। यह पेड़ भरत जी ने ओडिशा (Odisha) से ही लाये थे। अब 3 साल बाद 2022 को यह पेड़ इतने बड़़े हो गये है कि उनके फल होने लगे है।

मार्केट में 450 रूपये किलो बिकता है सफेद जामुन
यह फल अब कटने लायक हो गये है। इन फलों को काट कर किसान पुणे में मार्केट पर इसे 450 रूपये किलो के दाम पर बेच रहा है। जब इस विषय में भरत लालगे से बात हुई तो वह बताते है, कि उनके पास कुल 23 एकड़ की जमीन है। जिसमे वह बहुत से फल उगाते है। जैसे अनार, अंगूर इत्‍यादि। लेकिन अनार में रोग होने कि वजह से उन्‍हें काफी नुकसान उठाना पड़ा। वहीं अंगूर भी मौसम में बीमारी कि वजह से खराब हो गये।

ओडिशा से सफेद जामुन के पौधे लाकर अपने खेत में लगाए
जिससे परेशान होकर एक विकल्‍प के तौर पर उन्‍होंने ओडिशा राज्‍य से सफेद जामुन के पौधे लाकर अपने खेत में लगा दिए। अब यह पेड़ के फल काटने कि स्थिति में आ गये है। भरत कहते है कि इससे अब उन्‍हें अधिक मुनाफा प्राप्‍त होने कि उम्‍मीद नजर आ रही है। वह कहते है कि सफेद जामुन कि फसल बहुत ही मुनाफा प्राप्‍त होने वाली फसल है। इसे कम लागत और कम पानी पर भी उगाया जा सकता है।

बहुत से औष‍धीय गुण है इस जामुन में
इस जामुन का स्‍वाद सामान्‍य बैंगनी जामुन की ही तरह है। लेकिन जब आप बैंगनी जामुन खाते थे। तो आपकी जीभ बैंगनी हो जाती थी। लेकिन सफेद जामुन को खाने से अब आपकी जीभ बैंगनी रंग कि नहीं होगी। सफेद जामुन के गुण पूरी तरह बैंगनी जामुन कि ही तरह है। उसकी ही तरह स्‍वाद और उसके ही जैसे आकार है। लेकिन औषधि गुण में यह बैंगनी जामुन से काफी आगे है।

सफेद जामुन के गुणधर्म के बारे में पर्यावरण के विशेषज्ञ जिनका नाम महेश गायकवाड़ है। वह बताते है कि जैसे जैसे समय बदल रहा है, वेसे किसान का खेती का तरीका भी बदल रहा है। अब किसान सफेद जामुन कि खेती करने लगे है, जोकि मधुमेह के रोगियों के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है।

एक महीने तक अगर इसे खाया जाये, तो यह मधुमेह के रोगियों को बहुत ही फायदा पहुँचाता है। सफेद जामुन में और भी बहुत से औषधीय गुण होते है। यही वजह है, कि सफेद जामुन कि मॉंग प्रतिदिन बढ़ रही है।

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