चाणक्य ने कहा है कि वैवाहित जीवन और प्रेम संबंधों को सफल और मजबूत बनाने के लिए इन तीन बातों पर विशेष ध्यान दें। जानिए कोन कोन सी बाटे है

इतिहास के महान शिक्षक चाणक्य को राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक मुद्दों की गहरी समझ थी। वे एक महान विद्वान थे और उन्हें सभी विषयों का ज्ञान था। आचार्य ने चाणक्य नीति में अपने विचारों का संग्रह किया है। इन नीतियों को आज भी बहुत जानकारीपूर्ण और सहायक माना जाता है। इस नीति पुस्तक में लिखी बातें जीवन की सच्चाई और रिश्तों के पहलू को समझाने की कोशिश करती हैं। हर पहलू की बात करने वाले चाणक्य ने भी इस नीति में वैवाहिक जीवन और प्रेम संबंधों के बारे में अपने विचार साझा किए हैं। चलो पता करते हैं
आचार्य चाणक्य बताते हैं कि विवाहित जीवन और प्रेम संबंधों में बंधे दो लोगों के लिए एक दूसरे पर अविश्वसनीय विश्वास होना आवश्यक है। उनकी राय में जिस रिश्ते में भरोसा होता है, वह हर चुनौती को पार करने में सक्षम होता है। वहीं चाणक्य का कहना है कि रिश्तों में आजादी का होना भी उतना ही जरूरी है. चाणक्य नीति के मुताबिक जिन रिश्तों में आजादी नहीं होती है, उनमें कुछ समय बाद लोग घुटन और कैद महसूस करने लगते हैं और रिश्ता खत्म हो सकता है.