हवाई जहाज से भी महंगा है यहां पर बैलगाड़ी का सफर| वजह ये रही….

आज तकनीक के साथ-साथ वाहन लेनदेन भी आसान हो गया है।आज ज्यादातर लोगों के पास बाइक और कार हैं।लेकिन एक समय ऐसा भी था जब यात्रा के लिए बैलगाड़ियों का इस्तेमाल किया जाता था और लोग उनमें यात्रा भी करते थे।हमारे दादाजी ने जहां उनके कई मामले सुने होंगे, वहीं इस आधुनिक युग में बैलगाड़ी में बैठना भी आश्चर्य की बात है।
जहां पूरे देश में बैलगाड़ी की सवारी पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, वहीं देश में एक जगह ऐसी भी है जहां आपको बैलगाड़ी में बैठने के लिए हजारों रुपये देने पड़ते हैं।ज्यादातर समय आप 5 या 6 किमी की सुबह के लिए 50 रुपये या 100 रुपये या 200 रुपये तक का भुगतान कर सकते हैं, लेकिन आपको इस जगह पर एक बैलगाड़ी के लिए 5,000 रुपये से 6,000 रुपये का भुगतान करना होगा।
ऐसा नहीं है कि इस गांव तक पहुंचने के लिए कोई पक्की सड़क नहीं है, न ही कोई परिवहन सुविधा है, लोग यहां बैलगाड़ियों में सवार होकर आते हैं, भले ही वे अपनी महंगी गाड़ियां लेकर आते हैं और घूमने आते हैं।हजारों लोग बैलगाड़ियों में 12 किलोमीटर का सफर तय कर मेले में पहुंचते हैं।